'अनन्या निश्यन्तो माँ ये जाना पर्युपासते
तेषा नित्या भी यौक्तानाम यौगक्षेम वहाम्ह्यम '
जो भक्त , अनन्य भावाने मला शरण येउन माज़े स्मरण करतो
शुक्रवार, 28 जनवरी 2011
शनिवार, 25 सितंबर 2010
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड नायक राजाधिराज योगिराज
बुधवार, 10 मार्च 2010
सदस्यता लें
संदेश (Atom)